अमेरिका के साथ चल रहे तनाव के बीच ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ 3 दिनों के दौरे पर भारत पहुंचेंगे। जारीफ मंगलवार से दिल्ली में शुरू हो रहे रायसीना डायलॉग में शामिल होंगे। इस सम्मेलन में करीब 100 देशों के 700 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि शामिल होंगे एवं राजनीति, विज्ञान, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और अगले दशक के कई अन्य एजेंडों पर अपने विचार साझा करेंगे। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे। साथ ही 7 पूर्व राष्ट्राध्यक्ष दुनिया के सामने मौजूदा चुनौतियों पर अपने विचार साझा करेंगे। यह अपनी तरह के सबसे बड़े समागमों में एक है। ईरानी कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ के सम्मेलन में शामिल होने को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
12 देशों के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि सम्मेलन में शामिल
विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रतिष्ठित रायसीना डायलॉग के पांचवे संस्करण का आयोजन विदेश मंत्रालय और ऑर्ब्जवर रिसर्च फाउंडेशन संयुक्त रूप से कर रहे हैं। इस दौरान भू-राजनीतिक, भू-विज्ञान और आर्थिक विषयों पर चर्चा होगी। मंत्रालय ने बताया कि 3 दिन के इस सम्मेलन में रूस, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव, दक्षिण अफ्रीका, एस्तोनिया, चेक गणराज्य, डेनमार्क, हंगरी, लातविया, उज्बेकिस्तान सहित 12 देशों के विदेश मंत्री और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
जरीफ के सम्मेलन में शामिल होना महत्वपूर्ण
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि 15 जनवरी को ‘भारत का तरीका : विकास और प्रतियोगिता की सदी के लिए तैयारी’ विषय पर बोलने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर मंच पर होंगे। ईरानी कुद्स फोर्स के कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद ईरान के विदेश मंत्री जावेद जरीफ के सम्मेलन में शामिल होने को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जरीफ और रुस के विदेश मंत्री सेरगी लावरोव दोनों ही मंगलवार रात नई दिल्ली पहुंच जाएंगे और अगले दिन सम्मेलन को संबोधित करेंगे। जरीफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलेंगे और विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बातचीत करेंगे।
सम्मेलन में दुनिया के 30 थिंक टैंक अपने विचार रखेंगे
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, शंघाई सहयोग संगठन के महासचिव और राष्ट्रसंघ के महासचिव भी शामिल होंगे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और जर्मनी सहित कई देशों के राज्यमंत्री भी सम्मेलन में अपने विचारों को रखेंगे। सम्मेलन के विभिन्न सत्रों में दुनिया के 30 थिंक टैंक भी अपने विचार रखेंगे। प्रधानमंत्री मोदी और 7 राष्ट्र प्रमुख एवं शासनाध्यक्ष उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे और इस दौरान दुनिया के समक्ष वैश्वीकरण से जुड़ी चुनौतियों, 2030 का एजेंडा, आधुनिक दुनिया में प्रौद्योगिकी की भूमिका, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद का मुकाबला जैसे मुद्दों पर अपनी राय रखेंगे।
प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात करेंगे जरीफ
जरीफ 15 जनवरी बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। गुरुवार को विदेश मंत्री जयशंकर के साथ नाश्ते पर क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद जरीफ मुंबई जाएंगे और वहां के उद्योगपतियों से बातचीत करेंगे। भारत यात्रा के दौरान वे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मुलाकात करेंगे।